Ghost Story in hindi , movie


Ghost Story in Hindi




ये बात तब की जब मेरा परिवार हमारे नए घर में शिफ्ट हुए थे । वो लोग बहुत खुश थे क्युकी हमारा घर सहर से थोड़ा दूर जंगलो में था । वैसे मेरे परिवार में हमलोग चार थे एक मै मेरी पत्नी और मेरे दो बच्चे जिसमे मेरा नाम मनीष है और मेरी पत्नी का नाम रिया, मेरे दोनों बच्चे में मेरी लड़की बड़ी है उसका नाम  प्रिया है जोकि आठ साल की है और मेरे बेटे का नाम राहुल है । मैं पेशे से एक सरकारी हॉस्पिटल का डॉक्टर हूँ इसलिए मेरा ट्रांसफर उस सुनसान जगह हुआ था ताकि मैं वहा के आदिवासियों का इलाज कर सकू हमें यहा शिफ्ट किये हुए मात्र दो ही दिन हुए है अभी भी सारा सामान जहा- ताहा रखा हुआ है। मेरी पत्नी हमारे लिए ब्रेकफास्ट बना रही है ताकि मै अपने हॉस्पिटल जा सकू जब मैं घर से निकला तब मैंने देखा एक आदिवासियों की रैली निकाली हुई है जोकि सायद किसी पालतू जानवर के मरने पर निकली है मैंने ज्यादा उस पर ध्यान नही दिया और मै अपने काम पर निकल गया । जब मैं हॉस्पिटल पंहुचा तब उसके थोड़े ही देर बाद एक इमरजेंसी केस आये एक  बीस या इकीस साल के लड़के का एक्सीडेंट होगया था । जब उसे लाया गया तब उसे इतनी बुरी तरह से चोट लगी थी की मैं उसका ब्रेन तक देख सकता था । उसका खून बहे जा रहा था मैंने जल्दी से उसके सर को बैंडेज कर दिया ताकि खून न बहे लेकिन शायद हम उसे बचा नही सकते थे उसकी सास धीरे - धीरे कम होने लगी मैंने तुरंत उसके हार्ट को पंप किया लेकिन मैं उसे बचा नही सका मेरे साथी ही के डॉक्टर उसके परिवार वाले को बताने गये की हम उसे बचा नही सके तब मैं उसी रूम में मौजूद था मैं अपने हाथ धोने लगा तभी अचानक से लगा मेरे पीछे कोई खड़ा है मैं जैसे ही पीछे मुडा वो सामने ही खड़ा था मैं तो डर गया उसने मुझसे कहा कि तुमने मुझे बचाने की काफी कोसिस की इसलिए मैं भी तुम्हे चेतावनी दे देता हूं तुम वहा मत जाना उसके इतना बोलते ही मुझे क्या हुआ की मैं नीचे गिर गया जब मुझे होस आया तब मैं अपने केविन में था मैंने नर्स से उस लड़के के बारे में पूछा तब उसने बताया कि उसके परिवार वाले उसे ले गए मै सोचने लगा वो क्या था उसने मुझे ये क्यू बोला वहा मत जाना या मै कोई सपना देख रहा हु । मुझे कभी भी भुत पर बिस्वास नही था इसलिए मैंने इस पर ज्यादा धयान नही दिया और मै अपने घर चला गया । जब मै रस्ते पे था तब मुझे एक छोटी सी बिल्ली का बच्चा मिला वो सायद अकेली थी मैं उसे अपने साथ घर लेकर  आगया कुछ ही दिनों में वो बिल्ली के बच्चे और मेरी बेटी की अछि दोस्ती होगई । कुछ दिनों बाद मैंने एक छुटी ली थी ताकि मैं अपना सामान ठीक से शिफ्ट कर पाऊँ । मै और मेरी पत्नी घर ठीक कर रहे थे और मेरी बेटी बाहर बिल्ली के बच्चे के साथ खेल रही थी । तब कुछ देर बाद जोर से दरवाजा ठक- ठकाने की आवाज आई मैंने दरवाजा खोला और देखा एक आदमी बाहर खड़ा था और उसके साथ प्रिया भी थी मैंने पूछा क्या हुआ तब उसने जवाब दिया की ये बाहर उस जुलुस के पीछे - पीछे चली गई थी जहाँ जानवरो को दफनाया गया था इसलिए मैं इसे पकड़ कर आपके पास लाया हूँ । मैंने उस आदमी सुक्रिया कहा फिर उसे आगे बात करने पर पता चला की वो यहाँ पर पचीस साल से  रह रहा है। फिर वो चला गया तब मैंने अपनी बेटी की जोर से डाट लगाई ताकि वो फिर से इन घने जंगलों में न जाये। फिर हमलोगों ने रात का डिन्नर खा कर सोने चले गए । फिर रात के लग- भग तीन बज रहे होंगे तब मुझे कोई आवाज सुनाई थी जब मैं जागा तब मेरी पत्नी सो रही थी मौ उठ कर अपनी बेटी के कमरे में गया वो वहा पर सोई हुई थी जब मैं अपने कमरे में वापस जा रहा था मैंने मैंने देखा दरवाजे पे कोई खड़ा है फिर वो दरवाजे से बाहर निकल गया मै जैसे ही बाहर निकला मैंने देखा की ये तो वही लड़का है जिसिकी एक्सीडेंट हुई थी उसने मुझसे कहा मैंने मना किया था वहा मत जाना और न किसी को जाने देना उसके बोलते ही मेरे नींद खुल गई मै अपने बेड पर था ये तो सपना है लेकिन जैसे ही मैंने अपना चादर हटाया मैंने देखा की मेरे पैर पर बहुत सारा कीचड़ लगा जोकि मै कल रात के सपने में ही मैं बाहर गया था। तब मैंने तुरंत अपना बेड और अपने पैर पर से कीचड़ को हटाया क्युकी अगर मेरी पत्नी देख लेती तो वो हज़ार सवाल पूछती और न चाहते हुए भी मुझे ये सब बताना पड़ता क्युकी मै नही चाहता की वो लोग डर कर रहे। मै आज भी आम दिनों की तरह अपने हॉस्पिटल गया और जाते वक्त इस बारे में ही सोच रहा था। मेरे जाने के बाद मेरी बेटी ने कूकीज बनाये थे जिसे लेकर वो हमारे पडोसी के घर गए थी और आज रात के खाने पर भी उसे बुलाया गया था। उसके अगले दिन ही मेरे पडोसी ने मुझे कॉल किया और तुरंत बाहर बुलाया मै जब अपने घर से थोड़ी से ही दूर सड़क किनारे मेरी बिल्ली मरी पड़ी थी ।सायद उसे गाड़ी ने टकर मारी थी। तब पडोसी ने कहा इसे ले चल कर दफना देते है । हम रात को उसे दफ़नाने गये मै गड़ा खोदेने लगा और अपने पडोसी से कहा मेरी बेटी इस से बहुत प्यार करती थी मैं उसे कैसे बताऊंगा की उसकी प्यारी बिल्ली मर गए है। तब पडोसी ने कुछ सोचते हुए कहा मेरे पीछे आओ मैंने पूछा कहा वो आगे जाने लगा मै भी उसके पीछे बिल्ली ले कर जाने लगा हमलोग एक बड़े से लकड़ी की दिवार पार कर के आगे जाने लगे मै बार-बार उस से पूछता तो सिर्फ वो इतना बोलता बीएस मेरे पीछे आओ काफी दूर जाने के बाद एक पहाड़ चढ़ कर एक छोटी सी जगह थी उसने बोला यहा दफना दो मैंने उसे वही दफना दिया फिर हम घर चले आये। फिर अगले दिन मैं और मेरी पत्नी ने सोचा बिल्ली के बारे में अपनी बेटी को बता दिया जाये। जब हम अपनी बेटी के कमरे में जाकर उसे बताया कि तुम्हारी बिल्ली मर गई है तब उसने जवाब नही पापा कल रात को खिड़की पर थी तो मैंने उसे अंदर कर लिया वो कॉबॉर्ड के अंदर बैठी है मैंने जब कॉबॉर्ड खोला वो सही में अंदर बैठी हुई थी मैं और मेरी पत्नी हैरान होगये क्युकी मैंने खुद अपने हाथों से उसे दफनाया था। मै तुरंत ही अपने पडोसी से जाकर मिला उसने बताया कि ह! उस जगह पर कुछ ऐसी ताकत है जिस से किसी को वहा पर दफ़नाने के बाद सभी जिन्दा हो जाते है मैं एकदम आश्चर्ये होगया क्युकी मैं डॉक्टर था और साइंस कहता है कि ऐसा कुछ नही होता । फिर उसने समझाया कि चलो ख़ुश रहो अब तुम्हारी बेटी भी ख़ुश है । मैं अपने घर चला गया मैंने देखा की वो बिल्ली बहुत चिड़चिड़ी होगये है और बहुत गन्दी होगये मै उसे नहाने लेकर गया उसे पुरे सरीर में मिटटी चिपक गई थी मैंने बहुत कोसिस की मिट्टी हटाने के लिए लेकिन वो पूरी तरह से साफ़ नही हो रहा था। जब मेरी बेटी जब उस बिल्ली के पास गई उस बिल्ली ने उसे जोर से पंजा मार दिया वो डर गए और रोने लगी उस बिल्ली का कुछ अजीब व्यवहार होगया था उसने मेरी पत्नी पर भी हमला कर दिया । मैने फिर अपने पडोसी को इस बात के बारे में बताया तो उसने कहा इसके साथ भी ऐसा हो रहा है तो मैंने पूछा इसे साथ भी मतलब उसने बताया कि मेरे पिताजी ने अपने कुत्ते को वहा दफनाया था फिर उस कुत्ते ने मेरे पिताजी के भाई पर हमला कर के उन्हें मार डाला वो कुत्ता सुरु से ही गुसैल था आखिर मे उसे मेरे पिता जी ने उसे गोली मार दी । फिर पडोसी ने कहा मुझे लगा ऐसा करने से तुम्हारी बेटी ख़ुश होजाएगी। मै वहा से तुरंत अपने घर गया और बिल्ली को लेकर वहा से काफी दूर छोड़ कर आगया। अगले दिन मेरी बेटी का बर्थडे था उस दिन मेरे सहर के सारे दोस्त , परिवार वाले सभी आये हुए थे । हमने साथ में केक काटा फिर हमलोग सारे बचे लुकाछुप्पी  खेलने लगे तब मेरी बेटी ने उस बिल्ली के बच्चे को देखा वो दौड़ के उस के पास गई उसे देख कर मेरा छोटे वाला बेटा भी गया तभी उधर से एक तेजी से ट्रक आरहा था सभी लोग चिलाने लगे मै और मेरी पत्नी दौड़ कर लपके मैंने अपने बेटी को बचा लिया लेकिन अपनी बेटी को बचा नही सके उस ट्रॅक ड्राइवर ने जोड़ से ब्रेक मारा तब गाड़ी तो फिसलते हुए साइड होगई लेकिन उसका पीछे का ट्रेलर मेरी बेटी से जोर से टकराया और उसकी वही पर डेथ होगई फिर मेरी पत्नी जोर जोर से रोने लगी अगले दिन उसे हमलोग दफ़नाने लेकर गए । हमने उसे दफना दिया और चले आये फिर मेरी पत्नी अपने पिता जी के घर चली गई मेरे बेटे के साथ। मै रात में उसके बारे में सोचता रहा फिर मुझे उस बिल्ली के बारे में याद आया मैं तुरंत ही वहा गया और अपनी बेटी के बॉडी को वहा से निकाल कर तुरंत वहा गया जहाँ मैंने उस बिल्ली को दफनाया था। रास्ते में वो एक्सीडेंट वाला लड़का था उसने मुझे रोकने की बहुत कोसिस की मैं लेकिन अपनी बेटी के प्यार में अँधा होगया था । मैंने उसे वहा दफना दिया और घर आया तब मैंने देखा मेरा दरवाजा खुला हुआ है मैं तुरंत अंदर गया वहा पर मेरी बेटी खड़ी थी । मैं रोता हुए उसे गले लगा लिया । उसके पूरे शारीर पर मिट्टी लगी हुई थी मैंने उसे नहाने ले कर गया तब मैंने उसके सर पर एक्सीडेंट के बाद सर पर पड़े उस लोहे का टाका भी देख सकता था। मैने अपनी बेटी को अपने पास सुलाया । अगले दिन मेरा पडोसी घर आया उसने मेरी बेटी को देख कर उसने मेरा हाथ पकड़ा और घर से बाहर निकालते हुए कहा तुमने ये क्या कर दिया मैंने कहा मैं अपनी बेटी के बिना नही रह सकता और फिर मैं वहा से चला गया। तब मैने देखा बाहर मेरी पत्नी आई हुई है मैंने दरवाज़ा खोला वो मुझे देख कर रोने लगी जब उसने प्रिया को देखा तब उसे बिसवास ही नही हो रहा था तभी मेरे पडोसी के घर में मुझे धुवा दिखाइए दिया मै दौड़ कर गया तब मैंने देखा वो मरा पड़ा है उसका दिल बाहर आगया है तब मैं समझ गया ये कौन कर सकता है मैं उसके साथ अपना बचा हुआ परिवार छोड़ कर आगया हु मै दौड़ कर गया तब दरवाज़ा अंदर से बंद था और चीखने की आवाज आरही थी मैंने अंदर जाने की बहुत कोसिस लेकिन कोई दरवाज़ा नही खुल रहा था ।तब मै खिड़की से अंदर घुसने की कोसिस की तब अंदर से एक बड़ा लोहे का रॉड सीधा मेरे कंधे को पार करता हुआ बाहर निकाल गया तब मै वही गिर गया मेरी पत्नी भागती हुई आई और मेरे बेटे को मेरे हाथ में दिया तभी वो आई और मेरी पत्नी को मेरे सामने ही मेरी पत्नी के सिर पर एक पेड की डाली टूट कर गिरी और उसके सर के टुकड़े- टुकड़े कर दिया । फिर वो मेरे तरफ बढ़ी मै तेजी से गन उठा कर उसके सर में चार गोली मार दी एक वकत के लिए मुझे लगा वो मर गई लेकिन फिर वो उठ कर मेरे पास आने लगी मै तेजी से अपने बेटे को लेकर गाड़ी में बैठ गया और तेजी से गाड़ी चलाते हुए जाने लगा कुछ दूर जाने के बाद रस्ते पे वो और बिल्ली खड़े थे । मैंने तुरंत गाड़ी घुमाई और दूसरे रास्ते जाने लगा वो दोनों तेजी से मेरा पीछा कर रहे थे तभी अचानक एक पेड़ मेरे सामने ही गिर गया मै किसी तरह भगा ता अपने हॉस्पिटल गया। वहा पर मेरी मलहम- पटी हुई मैंने तुरंत पुलिस और चर्च के पादरी के साथ वहा गया और सारी बाते बताई । वहा पर तो मेरा कोई बात नही मान रहा था जब लोगो ने अपने आँख से सीसीटीव में देखा जो की मेरे पडोसी के घर के बाहर लगी थी। किसी को इस पर विसवास नही हो रहा था। अब मैं और मेरा बेटा दोनों सहर में रहते है और जब भी मैं उस विसय में सोचता हु आज भी मेरा रूह काप जाती है


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